Double Top Chart Pattern Kya Hai Full Details Hindi डबल टॉप पैटर्न

Double Top Chart Pattern दोस्तों शेयर बाजार में ट्रेडिंग करने से पहले आपको टेक्निकल एनालिसिस आना चाहिए क्योंकि टेक्निकल एनालिसिस की मदद से आपको ट्रेड लेने से पहले स्टॉप लॉस और टारगेट के बारे में जानकारी मिलती है जैसा कि दोस्तों मैंने पिछली पोस्ट में आपको डबल बॉटम पैटर्न के बारे में समझाया यह पैटर्न ठीक उसका सीधा पैटर्न है |

यह पैटर्न हमेशा मार्केट के Uptend में ही बनता है डबल टॉप पैटर्न में मार्केट अंग्रेजी के अक्षर एम “M” के जैसा शेप बनती है दोस्तों अगर आप इस पैटर्न कोअच्छे से समझ लेते हो और इस पैटर्न पर प्रैक्टिस कर लेते हो तो शेयर बाजार में आपकी चांदी की चांदी होने वाली है |

यह पैटर्न ट्रस्टबल पैटर्न है क्योंकि इसके बाद मार्केट का ट्रेंड बदल जाता है और मार्केट Uptrend ट्रेड से डाउन ट्रेंड Downtrend में आ जाती है इसलिए इस पैटर्न को ‘M-TOP Pattern’ भी कहा जाता है |

दोस्तों आप इस पोस्ट को अंत तक पढ़ते हैं तो आपको डबल टॉप पैटर्न के बारे में सभी प्रकार की जानकारी मिलेगी की डबल टॉप पैटर्न कि पहचान कैसे करें इस पैटर्न में ट्रेड कहां लेना है स्टॉप लॉस कहां लगाना है टारगेट कितना रखना इन सभी के बारे में इस पोस्ट में आपको पूरी जानकारी दी जाएगी |

double top chart pattern

Double Top Chart Pattern Kya Hai

डबल टॉप पैटर्न एक बियरिश रिवर्सल चार्ट पैटर्न है, जो अपट्रेंड के बाद बनता है और यह दर्शाता है कि कीमतें अब गिरावट की ओर जा सकती हैं। इस पैटर्न में कीमतें दो बार समान उच्च स्तर (Top) तक पहुँचने का प्रयास करती हैं, लेकिन हर बार वहां से गिरावट आ जाती है। यह पैटर्न निवेशकों के बीच इस बात का संकेत देता है कि तेजी का दौर खत्म हो सकता है और अब मंदी का रुझान शुरू हो सकता है।

शेयर मार्केट के चार्ट में कैंडलेस्टिक पेटर्न का सबसे महत्वपूर्ण चार्ट पेटर्न डबल टॉप पैटर्न को माना जाता है यह हमेशा शेयर बाजार मैं किसी भी शेयर के चार्ट में UP ट्रेंड में बनता है जब बाजार में तेजी आती है तब किसी भी शेर का प्राइस ऊपर जाकर एक हाई लगता है (चोटी बनता है) और नीचे आ जाता है 

नीचे स्पॉट लेवल पर आने के बाद फिर उस शेयर में खरीदारी होती है फिर से दोबारा उस शेयर की कीमत ऊपर उसी रेजिडेंस तक जाती है जहां तक उसने पहले चोटी बनाई थी वहां जाकर दूसरी चोटी बन जाती है यह आपको चार्ट में देखने पर ठीक अंग्रेजी के अक्षर एम “M” की तरह दिखाई देता है |

Double Top Chart Pattern kya hai

यहां पर आपके सामने दो चोटी है जिसमें से पहले चोटी को हम टॉप1 और दूसरी चोटी को हम टॉप2 बोलेंगे इस प्रकार से चार्ट में ऊपर की तरफ दो टॉप बन गए हैं जिस वजह से इस पैटर्न को डबल टॉप पैटर्न कहा जाता है |
यह मार्केट में एक बेयरिश पैटर्न माना जाता है क्योंकि इसके बाद मार्केट या शेयर बाजार में मंदी आने की संभावना होती है | Head and shoulders Pattern

डबल टॉप पैटर्न के निर्माण के पीछे की सायकोलॉजी

डबल टॉप पैटर्न के निर्माण के पीछे की सायकोलॉजी को समझना महत्वपूर्ण है। इस पैटर्न का निर्माण निवेशकों और ट्रेडर्स के बीच की भावनाओं और बाजार के रुझानों पर निर्भर करता है।

  1. पहला टॉप: बाजार में ऊंचाई का सामना
    पहले टॉप के दौरान, बाजार में खरीदार उत्साहित होते हैं और कीमतों को उच्चतम स्तर तक धकेलते हैं। लेकिन, जब कीमतें एक सीमा तक पहुँचती हैं, तो वे वहाँ से वापस गिरने लगती हैं। यह गिरावट इस बात का संकेत देती है कि खरीदारों की शक्ति कमजोर हो रही है और विक्रेताओं का दबाव बढ़ रहा है।
  2. नेकलाइन पर समर्थन और वापसी
    जब कीमतें पहली बार गिरती हैं, तो वे एक समर्थन स्तर (नेकलाइन) पर पहुँचती हैं। इस स्तर पर खरीदार एक बार फिर कीमतों को ऊपर ले जाने की कोशिश करते हैं। अगर बाजार में विश्वास मजबूत होता है, तो कीमतें फिर से बढ़ सकती हैं, जिससे दूसरा टॉप बनता है।
  3. दूसरा टॉप: खरीदारों की असफलता
    दूसरे टॉप पर, खरीदार फिर से प्रयास करते हैं, लेकिन वे पहली बार की तरह कीमतों को और ऊपर ले जाने में असमर्थ रहते हैं। यह दर्शाता है कि बाजार में तेजी कमजोर हो रही है और मंदी का रुझान शुरू हो सकता है।
  4. ब्रेकडाउन: मंदी का संकेत
    दूसरे टॉप के बाद, अगर कीमतें गिरकर नेकलाइन को तोड़ देती हैं, तो यह ब्रेकडाउन दर्शाता है कि अब बाजार में मंदी का रुझान आ सकता है। यह संकेत देता है कि विक्रेता बाजार पर हावी हो गए हैं और आगे कीमतों में गिरावट की संभावना बढ़ गई है।

डबल टॉप चार्ट पैटर्न की पहचान कैसे करें

डबल टॉप पैटर्न की पहचान करना सरल है, लेकिन इसके संकेतों को समझकर सही निर्णय लेना महत्वपूर्ण होता है। निम्नलिखित बिंदुओं पर ध्यान देकर आप इस पैटर्न की पहचान कर सकते हैं:

  1. ट्रेंड का विश्लेषण: सबसे पहले, देखें कि बाजार में अपट्रेंड चल रहा है या नहीं। डबल टॉप पैटर्न केवल एक अपट्रेंड के बाद बनता है, इसलिए इसका निर्माण नीचे की ओर गिरावट का संकेत हो सकता है।
  2. पहला टॉप: पहले टॉप की पहचान करें, जहां कीमतें एक ऊँचाई तक पहुँचकर गिरावट का सामना करती हैं।
  3. नेकलाइन: कीमतों के गिरने के बाद जो सपोर्ट लेवल बनता है, उसे नेकलाइन कहा जाता है। यह स्तर महत्वपूर्ण होता है क्योंकि इसके टूटने से ही पैटर्न की पुष्टि होती है।
  4. दूसरा टॉप: कीमतों में रिकवरी के बाद दूसरा टॉप बनता है, जो पहले टॉप के समान होता है। अगर दूसरा टॉप पहली बार के टॉप के करीब है, तो यह डबल टॉप पैटर्न का संकेत हो सकता है।
  5. ब्रेकडाउन: जब कीमतें दूसरा टॉप बनाने के बाद नेकलाइन को तोड़ती हैं, तो यह पैटर्न की पुष्टि होती है और बाजार में मंदी की संभावना बढ़ जाती है।
Double Top Chart Pattern ki pahchan

शेयर बाजार में किसी भी शेयर के चार्ट में डबल टॉप पैटर्न को पहचानने के लिए आपको अंग्रेजी के अक्षर N को देखना होगा शेयर का प्राइस सपोर्ट लेवल से ऊपर की तरफ जाकर एक चोटी बनता है और उसके बाद फिर दोबारा से मार्केट में प्राइस में गिरवाट होता है और शेयर का प्राइस नीचे सपोर्ट लेवल पर लौट आता है |

उसके बाद फिर से सपोर्ट लेवल पर शेयर में खरीदारी होती हैऔर शेयर का प्राइस दोबारा से रेजिडेंस की तरफ बढ़ता है और टॉप एक की चोटी के बराबर जाकर दूसरी चोटी बना देता है |

अब जैसे ही चार्ट पर यह पैटर्न पूरा होगा और मार्केट टॉप 2 से दोबारा सपोर्ट लेवल पर लौट आएगी तब आपको चार्ट पर अंग्रेजी अक्सर एम M की तरह दिखाई देगा |

शेयर बाजार में हमें डबल टॉप पैटर्न को ट्रेड करना है तो हमें चार्ट पर अंग्रेजी के अक्षर N को देखना होगा जैसे ही यह पैटर्न पूरा होगा और M एम की तरह दिखाई देगा तब हम ट्रेड करने का प्लान करेंगे |

यहां पर चार्ट में टॉप1 और टॉप2 का रेजिडेंस लेवल कभी-कभी एक समान होता है और कभी-कभी ऊपर नीचे होता है इसलिएआप इस हॉरिजॉन्टल लाइन और ट्रेंड लाइन से टॉप1 और टॉप 2 को मार्क करके पहचान सकते हैं |

Double Top चार्ट पैटर्न का निर्माण 

दोस्तों जब भी शेयर बाजार के चार्ट पर किसी भी कैंडलेस्टिक चार्ट पेटर्न का निर्माण होता है तो उसके पीछे ट्रेडर, बड़े निवेशक और इंसाइडर की साइकोलॉजी की वजह से होता है |

दोस्तों मान लो कोई इंडेक्स या शेयर अपट्रेड में चल रहा होता है कीमत ऊपर जाते-जाते एक ऐसा लेवल आ जाता है जहां पर ट्रेडर, इनसाइडर और निवेशकों को इस शेयर की कीमत इंट्रेंसिक कीमत से ज्यादा लगने लगती है तब वह सब सोचते हैं कि अब इसका प्राइस और ऊपर ना जाकर नीचे की तरफ जाएगा 

सभी ट्रेडर, इनसाइडर और निवेशक इस शहर को बेचना शुरू कर देते हैं जिस वजह से इस शेर की कीमत सपोर्ट लेवल पर आ जाती है शेयर में हुई बैचदारी के कारण शेयर की कीमत अब दोबारा से ट्रेडर, इनसाइडर और निवेशक इन सभी को शेयर की कीमत इंट्रेंसिक कीमत से कम लगने लगती है |

इस वजह से वह इस शेयर को दोबारा खरीदना शुरू कर देते हैं और बड़े-बड़े ऑर्डर लगते हैं जिसके कारण शेयर का प्राइस दोबारा से ऊपर की तरफ भागने लगता है ठीक उसी लेवल पर जाकर (पिछला लेवल जहां पर इसकी वैल्यूज्यादा लगने लगी थी) फिर से इनको लगता है कि 

अब इस शेयर की कीमत और ज्यादा ऊपर नहीं जाएगी इसलिए वह दोबारा से उसे बेचना शुरू कर देते हैं जिस वजह से फिर से इस शेयर की कीमत सपोर्ट लेवल पर आने लगती है और यहीं पर संकेत मिलता है कि अब डबल टॉप बनने वाला है और इसके बाद मार्केट में ट्रेंड चेंज होने वाला है और मार्केट अच्छा खासा बेयरिश में प्रॉफिट देने वाली है | Consolidation Chart Pattern Kya Hai

Double Top Chart Pattern Rules in Hindi

चार्ट में इस पैटर्न को ढूंढ पाना या पहचाना बड़ा मुश्किल होता है क्योंकि यह एक यूनिक पैटर्न है मैं आपको इस पैटर्न के कुछ रूल बताने वाला हूं उन्हें जरूर ध्यान रखना आपको पैटर्न पहचान में काफी आसानी होगी |

  1. यह पैटर्न हमेशा अप ट्रेड में बनता है |
  2. जब चार्ट में यह पैटर्न बनता है तो दो High Level (चोटी) एक साथ बनते हैं |
  3. इस पैटर्न में ऊपर के दोनों (चोटी) High Level थोड़ा बहुत ऊपर नीचे हो सकते हैं |
  4. डबल टॉप पैटर्न में एक नेकलाइन होती है जिसे हम सपोर्ट लाइन भी कहते हैं |
  5. यह पैटर्न जब तक अपनी नेकलाइन को ब्रेक नहीं करता तब तक इस पैटर्न को अधूरा माना जाता है |

डबल टॉप चार्ट पैटर्न में टाइम फ्रेम का चुनाव

हर ट्रेडर अलग-अलग टाइम फ्रेम पर ट्रेड करना पसंद करता है जिसको जो टाइम फ्रेम अच्छा लगता है वह इस टाइम फ्रेम का उपयोग करता है |

दोस्तों आप शेयर बाजार में इंट्राडे ट्रेडिंग करते हो तो आपको 10 से 15 मिनट का टाइम फ्रेम का उपयोग करना चाहिए |

अगर आप शेयर मार्केट में स्विंग ट्रेडिंग करते हो और शेर को कुछ हफ्तों या एक महीने के लिए होल्ड करके रखते होतो आपको 1 घंटा और 4 घंटे का टाइम फ्रेम का उपयोग करना चाहिए |

दोस्तों आप पोजिशनल ट्रेडर हो तो आपको 1 Day का टाइम फ्रेम उपयोग करना चाहिए |

डबल टॉप चार्ट पैटर्न में ट्रेड कैसे करें

डबल टॉप पैटर्न में ट्रेड लेते समय सही समय चुनना महत्वपूर्ण होता है। निम्नलिखित बिंदुओं पर ध्यान दें:

  1. कंफर्मेशन का इंतजार करें: जब कीमतें दूसरा टॉप बनाने के बाद नेकलाइन को तोड़ती हैं, तभी ट्रेड में प्रवेश करें। केवल दो टॉप देखकर ट्रेड में प्रवेश न करें, क्योंकि बिना कंफर्मेशन के यह पैटर्न गलत संकेत दे सकता है।
  2. वॉल्यूम का विश्लेषण करें: वॉल्यूम का ध्यान रखना महत्वपूर्ण होता है। अगर नेकलाइन टूटते समय वॉल्यूम बढ़ता है, तो यह पैटर्न की पुष्टि को मजबूत करता है और मंदी की संभावना को बढ़ाता है।
  3. सपोर्ट और रेसिस्टेंस का ध्यान रखें: ट्रेडिंग से पहले महत्वपूर्ण सपोर्ट और रेसिस्टेंस स्तरों का विश्लेषण करें। अगर नेकलाइन के नीचे कोई अन्य सपोर्ट लेवल है, तो उसे ध्यान में रखें।
Double Top Chart Pattern trade entry

दोस्तों शेयर बाजार में किसी शेयर या इंडेक्स चार्ट पर अपने सपोर्ट लेवल से ऊपर जाकर पहले चोटी Top1 बनाते हैं और उसके बाद दोबारा सपोर्ट लेवल पर आता है दूसरी बार दूसरी चोटी Top2 बनता है और रेजिडेंस लेवल पर पहुंच जाता है तब ऊपर एक हरी कैंडल बनती है जो ऊपर जाती है और कुछ ही समय में वह कैंडल पलट कर लाल हो जाती है रेड कैंडल बन जाती है |

अब आपके यहां पर पैटर्न बेयरिश होने का संकेत मिलता है उसके बाद इसकी नेक्स्ट कैंडल भी लाल रंग की बन जाए और बेयरिश कंफर्म हो जाए अब आपके यहां पर इस पैटर्न में एक बेयरिश Trade लेने के लिए एंट्री ढूंढनी होगी |

आपकी एंट्री जब कंफर्म होगी जब नेक्स्ट कैंडल अपनी पिछली कैंडल का Low ब्रेक कर देगी और हाई वॉल्यूम के साथ क्लोज हो जाएगी आपके यहां पर वॉल्यूम भी देखना जरूरी है वॉल्यूम भी लाल कलर में बढ़ता हुआ होना चाहिए तब आप यहां पर अपने ट्रेड कंफर्म करके ले सकते हैं |

जैसे ही तीसरी रेड कैंडल दूसरी रेड कैंडल का Low ब्रेक कर देगी तब आपको उसे शेयर या इंडेक्स में Sell साइड की एंट्री बना लेनी है |

दोस्तों अगर आप यहां पर एंट्री नहीं बनना चाहते तो आप डबल टॉप पैटर्न के ब्रेकडाउन पर अपनी एंट्री बना सकते हैं वहां पर आपको देखना है कि एक अच्छी कैंडल बड़ी लाल रंग की कैंडल के साथ नेक लाइन का ब्रेकडाउन हो और उसके बाद मार्केट दोबारा से उसे नेकलाइन को Retest करें फिर रिटेस्ट होने के बाद आपको एक बेयरिश रेड कैंडल को देखते हुए Sell सेल साइड की एंट्री बनानी है |

डबल टॉप चार्ट पैटर्न में टार्गेट कैसे लगाये

दोस्तों आप डबल टॉप पैटर्न में टॉप 2 पर एंट्री लेते हो तो आपको नेकलाइन को अपना टारगेट बनाना है क्योंकि पिछली बार मार्केट टॉप वन से गिरी थी तो नेकलाइन पर जाकर रुकी थी अब मार्केट नेकलाइन तक पहुंचेगी इसलिए आप नेकलाइन को अपना टारगेट मान सकते हो |

अगरआप डबल टॉप पैटर्न के पूरे होने के बाद ब्रेकडाउन पर एंट्री लेते होतो आपको चार्ट में पीछे देखना होगा कि मार्केट में पिछला सपोर्ट कहां लिया था आप उसे सपोर्ट तक अपना टारगेट ले सकते हैं |

डबल टॉप चार्ट पैटर्न में टार्गेट सेट करने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन किया जा सकता है:

  1. नेकलाइन की पहचान करें: सबसे पहले, डबल टॉप पैटर्न की नेकलाइन की पहचान करें। नेकलाइन वह स्तर है जो दो शीर्षों के बीच की घाटी (valley) से जुड़ता है। यह वह समर्थन स्तर है जिसे कीमतें तोड़कर नीचे जाती हैं।
  2. ऊँचाई मापें: दो शीर्षों में से एक से लेकर नेकलाइन तक की ऊँचाई को मापें। इस ऊँचाई को “मापने वाली ऊँचाई” (measured height) कहा जाता है।
    • मापने वाली ऊँचाई = उच्चतम बिंदु (टॉप) – नेकलाइन
  3. टार्गेट की गणना करें: मापने वाली ऊँचाई का उपयोग करके, नेकलाइन से उस ऊँचाई को नीचे की ओर मापें। यह आपको टार्गेट मूल्य देगा।
    • टार्गेट = नेकलाइन – मापने वाली ऊँचाई
    उदाहरण के लिए, यदि डबल टॉप के उच्चतम बिंदु पर कीमत 100 रुपये है और नेकलाइन की कीमत 90 रुपये है, तो मापने वाली ऊँचाई 10 रुपये होगी (100 – 90)। टार्गेट मूल्य नेकलाइन से नीचे की ओर 10 रुपये होगा, यानि टार्गेट 80 रुपये होगा (90 – 10)।
  4. समय और कंफर्मेशन: पैटर्न को पुष्टि (confirmation) के लिए नेकलाइन के नीचे क्लोज़िंग प्राइस का इंतजार करें। एक बार जब नेकलाइन टूट जाती है और कीमत नीचे बंद हो जाती है, तब टार्गेट को सक्रिय माना जा सकता है।

इन चरणों का पालन करके, आप डबल टॉप पैटर्न में एक उचित टार्गेट सेट कर सकते हैं। ध्यान दें कि हमेशा अन्य तकनीकी संकेतकों और रिस्क मैनेजमेंट का उपयोग करना महत्वपूर्ण है ताकि ट्रेडिंग रणनीति अधिक सटीक और सुरक्षित हो।

Double Top Chart Pattern में स्टॉप लॉस कितना लगाये

एक सफल ट्रेडर की यह निशानी होती है कि वह शेयर बाजार में ट्रेड लेने से पहले अपना स्टॉप लॉस और टारगेट डिसाइड कर लेता है इसलिए आपको ट्रेड करने से पहले अपना टारगेट और स्टॉप लॉस जरूर डिसाइड करना चाहिए |

डबल टॉप पैटर्न में आप अपनी ट्रेड का स्टॉपलॉस लगाना चाहते हैं तो आपको 

[ डबल टॉप स्टॉप लॉस = (सपोर्ट-रेजिस्टेंस)/4 ]

मान लीजिए शेयर का प्राइस सपोर्ट लेवल पर ₹60 था उसके बाद सपोर्ट लेवल से जैसे ही शेयर का प्राइस Top 2 पर आया तो उसे समय उसकी कीमत ₹100 हो गई थी |

स्टॉप लॉस = 100-60=40  

स्टॉप लॉस = 40/4=10

स्टॉप लॉस = 10 रुपये 

इस प्रकार से आप अपना स्टॉपलॉस डबल टॉप पैटर्न में ₹10 नीचे लगा सकते हैं |

Double Top Chart Pattern का फ़ैल होना

शेयर बाजार में लाइव मार्केट में किसी शेयर की प्राइस नेकलाइन या सपोर्ट लेवल से जैसे ही टॉप2 पर जाती है रेजिडेंस लेवल पर एक Red कैंडल बन रही होती है और अचानक से वह Red कैंडल Green कैंडल में बदल जाती है |

पहले मार्केट में बिकवाली हो रही थी और अचानक से मार्केट में खरीदारी आ गई है या फिर मार्केट में कोई बड़ी न्यूज़ आ गई है जिस वजह से वह कैंडल एकदम से हरी बनती है और अपने रेजिस्टेंस लेवल को तोड़ देती है बहुत बड़े वॉल्यूम के साथ बहुत लंबी हरि कैंडल बन जाती है जिस वजह से यह इस पैटर्न को तोड़ देती है और यहां पर डबल टॉप पैटर्न फेल हो जाता है |

इसलिए जब तक आपको चार्ट पर कन्फर्मेशन ना मिले तब तक आपको यहां पर अपने एंट्री सेलिंग साइड में नहीं बनानी है जब आपको पूरी कंफर्मेशन मिल जाए तब आप सेल साइड में अपनी एंट्री बना सकते हैं |

डबल टॉप पैटर्न के फायदे और सीमाएँ

फायदे:

  1. मंदी का स्पष्ट संकेत: यह पैटर्न एक मजबूत बियरिश रिवर्सल का संकेत देता है, जिससे निवेशकों को समय पर एग्जिट करने का मौका मिलता है।
  2. सटीकता: अगर सही ढंग से पहचाना जाए, तो यह पैटर्न उच्च सटीकता के साथ कार्य करता है।
  3. ट्रेडिंग रणनीति में सरलता: इस पैटर्न को समझना और इसका उपयोग करना आसान है, खासकर नए निवेशकों के लिए।

सीमाएँ:

  1. फेक सिग्नल्स: कभी-कभी यह पैटर्न गलत संकेत भी दे सकता है, खासकर अगर बाजार में वॉल्यूम कम हो।
  2. अन्य संकेतकों की आवश्यकता: केवल इस पैटर्न पर निर्भर रहना जोखिम भरा हो सकता है, इसलिए अन्य तकनीकी संकेतकों की भी पुष्टि लेना आवश्यक है।
  3. मंदी के दौरान कमजोर प्रदर्शन: अत्यधिक मंदी के दौरान इस पैटर्न की सटीकता कम हो सकती है।

निष्कर्ष

डबल टॉप पैटर्न तकनीकी विश्लेषण में एक महत्वपूर्ण और विश्वसनीय बियरिश रिवर्सल पैटर्न है, जो बाजार में संभावित गिरावट की भविष्यवाणी करता है। इस पैटर्न का उपयोग निवेशकों और ट्रेडर्स द्वारा सही समय पर एग्जिट करने और शॉर्ट सेलिंग के अवसरों को पहचानने के लिए किया जाता है।

इस पैटर्न की सटीकता बढ़ाने के लिए हमेशा वॉल्यूम, सपोर्ट और रेसिस्टेंस, और अन्य तकनीकी संकेतकों की पुष्टि पर ध्यान देना चाहिए। सही कंफर्मेशन के बिना ट्रेड में प्रवेश करना जोखिम भरा हो सकता है, इसलिए हमेशा पैटर्न की पुष्टि करें और उसके बाद ही ट्रेड में कदम बढ़ाएं।

डबल टॉप पैटर्न का उपयोग करके आप बाजार में संभावित गिरावट का अनुमान लगा सकते हैं और समय पर सही ट्रेडिंग निर्णय लेकर अपने जोखिम को प्रबंधित कर सकते हैं। इस पैटर्न का अभ्यास करें और अपने ट्रेडिंग अनुभव को बढ़ाते रहें, ताकि आप इसे प्रभावी ढंग से उपयोग कर सकें।

कुछ महत्वपूर्ण सुझाव:

  1. हमेशा कंफर्मेशन का इंतजार करें: बिना कंफर्मेशन के ट्रेड में प्रवेश न करें। कंफर्मेशन कैंडल और वॉल्यूम के आधार पर ट्रेडिंग संकेत की पुष्टि करें।
  2. स्टॉप लॉस और टार्गेट को सही ढंग से सेट करें: एक उचित स्टॉप लॉस और टार्गेट सेट करने से आप अनावश्यक जोखिम से बच सकते हैं और अपने मुनाफे को सुरक्षित रख सकते हैं।
  3. अन्य तकनीकी संकेतकों का उपयोग करें: RSI, MACD, और मूविंग एवरेज जैसे संकेतकों के साथ डबल टॉप पैटर्न का मिलान करके अपने ट्रेडिंग निर्णय को और अधिक सटीक बनाएं।

ट्रेडिंग में सफलता का मूल मंत्र है सही जानकारी, अनुशासन, और लगातार अभ्यास। डबल टॉप पैटर्न का सही उपयोग करके आप बाजार में संभावित रिवर्सल्स का लाभ उठा सकते हैं और अपने निवेश को सुरक्षित रखते हुए मुनाफा कमा सकते हैं।

आपकी ट्रेडिंग यात्रा में सफलता की शुभकामनाएँ!

दोस्तों आपका मन में किसी भी प्रकार का सवाल है और आप उसका जवाब चाहते हैं या फिर आप हमसे संपर्क करना चाहते हैं तो आप यहां पर [email protected] हमें Mail कर सकते हैं इसके साथ ही आप हमें सोशल मीडिया पर भी फॉलो कर लीजिए Facebook, Instagram, Twitter, Telegram, Whatsapp जब भी आपको जरूरत हो आप हमें DM कर सकते हैं हम आपको जल्दी रिप्लाई करेंगे |

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Trader Krishan

नमस्कार मैं कृष्ण कुमार इस ब्लॉग का संस्थापक हूं मैं पैसे से Youtuber पर और Blogger हूं मुझे ट्रेडिंग करते हुए 3 साल हो गए हैं अभी तक मैंने मार्केट शेयर बाजार के बारे मे जितना सीखा है उसे मे Tradezonezero.com हिन्दी blog के माध्यम से आप के साथ बाटना चाहता हु। |

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